ऑपरेशन सिन्दूर Operation Sindoor भारत पाकिस्तान के बीच अघोषित जंग, किसको कितना नुकसान हुआ इस युद्ध में तुर्की, चीन और अज़रबैजान की भूमिका ?

ऑपरेशन सिन्दूर (Operation Sindoor) भारतीय सेनाओं द्वारा 7 मई की अर्धरात्री में पाकिस्तान और पाक-अधिकृत (POK) पर भारती सैन्य हवाई अभियान का कोडनेम ऑपरेशन सिन्दूर (Operation Sindoor) रखा। भारत ने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानो, आतंकवादी स्थानों, आतंकी के प्रशिक्षण कंपों (मस्जिदों सहित) सैन्य हमले कर आतंकियों को निशाना बनाया इस हमले में कई आतंकियों और उनके मददगारों को मार गिराया। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हमलों को “युद्ध की कार्रवाई” कहा और जवाब देने के लिए सेना को आदेश दिया इसके बाद पाकिस्तान ने भारतीय सीमा पर हमलों को अंजाम दिया भारतीय फौज ने जवाबी कार्यवाही करते हुए 3 दिन मे ही पाकिस्तान को घुटने पर ला दिया पाकिस्तान के कई एरबेस को उड़ा दिया और भारी नुकसान झेलना पड़ा। भारतीय सेना से पिटने  के बाद पाकिस्तान ने अमेरिका से इस युद्ध को रुकवाने की गुहार लगाई भारत ने पाकिस्तान से सशर्त सीज फाइर को रोकने पर विचार किया और किसी भी न-पाक  हमले का जवाब देने के लिए भारत स्वतंत्र है। भारत के प्रधानमंत्री से कहा है की पाकिस्तान द्वारा भारत में किसी भी आतंकी कार्रवाई/हमले को युद्ध माना जाएगा।

ऑपरेशन सिन्दूर (Operation Sindoor) अघोषित जंग के चार दिन पाकिस्तान को भारी नुकसान  

भारत ने 7 मई की मध्यरात्रि में पाकिस्तान के नौ आतंकी ठिकानों पर हमला किया है। पाकिस्तान की सेना ने कहा कि इन हमलों में 31 लोग मारे गए, जिनमें 12 बच्चे शामिल थे 57 लोग घायल हो गए। लेकिन भारत सरकार के बयानों में कहा गया है की इस हमले में हमने आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करते हुए आतंकियों और उनके मददगारों सहित 130 से 140 आतंकियों को मार गिराया है इन हमलों में कई बड़े आतंकी मारे गए हैं इसमे IC-814 विमान का अपहरण करने वाला युसूफ अजहर (24 दिसंबर 1999 भारतीय विमान IC-814 (A300) त्रिभुवनअंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (काठमांडू नेपाल) से इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (दिल्ली भारत) जाने वाली इंडियन एयरलाइंस एयरबस थी जिसका अपहरण कर लिया गया था इसको पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादी संगठन हरकत-उल-मुजाहिदीन द्वारा इसका अपहरण किया गया था।) लश्कर-ए-तैयबा मुरीद के मुख्यालय का प्रमुख अबू जुंदाल और जैश के मोहम्मद हसन खान शामिल हैं। मोहम्मद हसन खान पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी समूह के ऑपरेशनल कमांडर का बेटा था। इसके जवाब में अगले दिन 8 मई को पाकिस्तान ने तुर्किए ड्रोन का इस्तेमाल कर भारत की पश्चिमी सीमा पर हमले कर नागरिक और सैन्य ठिकानों को निशान बनाया परंतु भारतीय सेना ने इस कोशिश को नाकाम कर दिया। पाकिस्तान की तरह से हुई गोलाबारी में जम्मू&कश्मीर में कुछ रक्षाकर्मी घायल हो गए। जवाब में भारतीय सेना ने ड्रोन से हमला करके लाहौर में पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया। कराची के पास भी एक ठिकाने को निशाना बनाया गया। 1971 के बाद यह पहली बार था जब भारत ने पाकिस्तान के अंदरूनी इलाकों और सैन्य ठिकानों पर हमला किया था।

Pahalgam Terror Attack (22 अप्रैल, 2025) के बाद भारत के पाकिस्तान के वीजा नियमावली मे कितना बदलाव आया डिप्लोमेटिक (diplomatic) रिपोर्ट यहाँ देखें

9 मई को पाकिस्तान ने फिर से सैकड़ों ड्रोन का इस्तेमाल करके भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की कोशिश की। जम्मू&कश्मीर में हुई गोलाबारी में कई लोगों की जान चली गई। 9 और 10 मई के बीच भारतीय सेना ने पाकिस्तान पर जोरदार हमले किए जिसमे भारतीय वायु सेना ने ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइलों और अन्य हथियारों का इस्तेमाल करके पाकिस्तान के हवाई अड्डों पर बमबारी कर पाकिस्तान के करांची बंदरगाह, रहीम यार खान में एक सह-स्थित (सिविल+रक्षा) हवाई अड्डा भी पाकिस्तान के उन ठिकानों में से एक था जिन पर हमला किया गया था। एक और बड़ा हमला रावलपिंडी में नूर खान-चकलाला एयर बेस पर किया गया। माना जा रहा है कि इसी समय पाकिस्तान ने अमेरिका से युद्धविराम समझौते के लिए संपर्क किया था। 10 मई को भारत ने कहा कि पाकिस्तान ने नागरिक क्षेत्रों और सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने के लिए ड्रोन, लंबी दूरी के हथियारों, मंडराने वाले गोला-बारूद और लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया। पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने भारतीय वायु सेना की सुविधाओं को नष्ट कर दिया है। लेकिन भारत ने कहा कि उधमपुर, पठानकोट, आदमपुर और भुज में स्थित ठिकानों को सीमित आंशिक नुकसान हुआ है उधमपुर एयर बेस की रखवाली कर रहा एक सैनिक उस समय मारा गया जब एक रोके गए ड्रोन का मलबा उस पर गिर गया। पाकिस्तान की ओर से की गई तोपखाने की गोलाबारी में एक सरकारी अधिकारी और चार नागरिक मारे गए। इनमें एक दो साल का बच्चा भी शामिल था। ऑपरेशन सिन्दूर एक अघोषित युद्ध की तरह था जिसमे पाकिस्तान को भारी निकसान झेलना पड़ा पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानो, आतंकवादी स्थानों, आतंकी के प्रशिक्षण कंपों (मस्जिदों सहित) सैनिक अड्डों को भारतीय सेना ने नष्ट कर दिए पाकिस्तानी सैन्य फाइटर F-16 और JF-17 लड़ाकू विमानों को भी मार गिराया। एक AWACS (Airborne Warning and Control System)  विमान भी नष्ट हो गए। पाकिस्तान को अपनी वायुसेना में काफी नुकसान हुआ है।

मोदी है तो मुमकिन है moodi ki Garentee

युद्धविराम के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय वायु सेना के आदमपुर एयर बेस पर जवानों के उत्साहवर्धन के लिए संबोधित किया जिस मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सैनिकों को संबोधित कर रहे थे उसके पीछे C-130J ‘सुपर हरक्यूलिस’ विमान, S-400 लांचर लगे थे ये सभी आदमपुर एयर रनवे पर उतार जिसे पाकिस्तान ने नष्ट करने का दावा किया था। पाकिस्तानी सेना ने दावा किया था कि उन्होंने इन लांचरों को नष्ट कर दिया है पाकिस्तान का हर प्रोपेगेंडा फेल हो गया। उल्टा  भारत के हमले में पाकिस्तान के आठ सैन्य प्रतिष्ठानों को नष्ट किया और दावा किया कि 7 मई से 10 मई के बीच नियंत्रण रेखा पर 35-40 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए है ।

विदेशी मीडिया का प्रोपेगेंडा

 विदेशी मीडिया ने भारतीय सेना और भारत सरकार के मनोबल को गिरने में कोई कमी नहीं छोड़ी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में दो अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से कहा गया की चीन में बने पाकिस्तानी J-10 लड़ाकू विमान ने हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों से कम से कम दो भारतीय विमानों को मार गिराया उन्होंने पुष्टि की कि पाकिस्तान के F-16 विमान इसमें शामिल नहीं थे। सीएनएन ने रिपोर्ट दी कि एक फ्रांसीसी खुफिया अधिकारी ने उन्हें बताया कि पाकिस्तान ने वास्तव में एक भारतीय राफेल विमान को मार गिराया था विशेषज्ञ जस्टिन क्रम्प जो ब्रिटिश सेना के पूर्व अधिकारी हैं ने कहा कि मलबा एक फ्रांसीसी हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल का है जिसका इस्तेमाल मिराज 2000 और राफेल लड़ाकू विमान दोनों पर किया जाता है। इसी तरह BBC वेरिफाई ने कहा कि उसने पंजाब के बठिंडा में मलबे को दिखाते हुए वीडियो को प्रमाणित किया है। उनका दावा है कि यह मलबा राफेल विमान का है।

भारत ने अभी तक कितने और किस्से युद्ध लड़े है और कब हुआ ? भारत (India) ने अपनी स्वतंत्रता (1947) के बाद अब तक कई प्रमुख युद्ध (wars) और सैन्य संघर्षों (military conflicts) में भाग लिया है।

1. भारत-पाकिस्तान युद्ध (1947-48)

  • समय: अक्टूबर 1947 – जनवरी 1949
  • स्थान: जम्मू और कश्मीर
  • कारण: भारत की रियासत जम्मू-कश्मीर के भारत में विलय के बाद पाकिस्तान समर्थित कबीलाइयों का आक्रमण।
  • परिणाम: युद्धविराम के बाद कश्मीर का कुछ हिस्सा भारत और कुछ पाकिस्तान के नियंत्रण में रहा (अब उसे PoK कहा जाता है)।

2. भारत-पाकिस्तान युद्ध (1965)

  • समय: अगस्त – सितंबर 1965
  • स्थान: कश्मीर और पंजाब
  • कारण: पाकिस्तान द्वारा ऑपरेशन जिब्राल्टर के माध्यम से कश्मीर में घुसपैठ।
  • परिणाम: ताशकंद समझौता (Tashkent Agreement), सीमाएँ यथास्थिति पर लौटाई गईं।

3.भारत-चीन युद्ध (1962)

  • समय: अक्टूबर – नवंबर 1962
  • स्थान: लद्दाख, अरुणाचल प्रदेश (उस समय NEFA)
  • कारण: सीमा विवाद – विशेष रूप से अक्साई चिन और मैकमहोन रेखा पर।
  • परिणाम: चीन की जीत, भारत को रणनीतिक झटका लगा।

4. भारत-पाकिस्तान युद्ध (1971)

  • समय: दिसंबर 1971
  • स्थान: पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश)
  • कारण: पूर्वी पाकिस्तान में उत्पीड़न और बांग्लादेश की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष।
  • परिणाम: बांग्लादेश का निर्माण, पाकिस्तान की बड़ी हार, 90,000 से अधिक पाकिस्तानी सैनिक बंदी बनाए गए।

5. कारगिल युद्ध (1999)

  • समय: मई – जुलाई 1999
  • स्थान: कारगिल, जम्मू और कश्मीर
  • कारण: पाकिस्तानी सैनिकों और आतंकवादियों द्वारा ऊँचाई वाले क्षेत्रों में घुसपैठ।
  • परिणाम: भारत की जीत, सभी पोस्ट वापस लिए गए।

अघोषित जंग (ऑपरेशन सिन्दूर-Operation Sindoor) चार में पाकिस्तान का किन देशों ने साथ दिया?

तुर्की Türkiye

तुर्की हमेसा पाकिस्तान का समर्थन करता है खासकर कश्मीर और धर्मिक मुद्दों पर संयुक्त राष्ट्र और OIC (इस्लामिक सहयोग संगठन) मंचों पर तुर्की भारत के खिलाफ बयान देता है। भारत पाकिस्तान युद्ध में तुर्किए ने अपने अत्याधुनिक ड्रोन Bayraktar TB2  पाकिस्तान को भेजे थे जिससे पाकिस्तान को काफी मदद मिली भारत से लड़ने में। तुर्की का सबसे प्रसिद्ध सशस्त्र ड्रोन (Armed UAV) है। इसे Baykar Defense कंपनी ने बनाया है। यह ड्रोन 2020 के बाद से काफी चर्चा में आया, खासकर नागोर्नो-काराबाख युद्ध में अज़रबैजान द्वारा इस्तेमाल के बाद। ये ड्रोन 220 किमी/घंटा की रफ्तार से 27घंटे तक उड़ सकता है 150 किमी (सीधा लिंक) सैटेलाइट से और अधिक जा सकता है इसमे स्मार्ट माइक्रो बम (MAM-L, MAM-C) लगे हैं इसका इस्तेमाल वर्तमान में तुर्की, अज़रबैजान, यूक्रेन, कतर, पाकिस्तान आदि करते है।

भारत ने भी अपनी ड्रोन क्षमताओं से निस्तेनाबूत कर दिया

  1. Heron (इजरायल),
  2. Rustom-2 (स्वदेशी),
  3. MQ-9 Reaper (अमेरिका से अनुबंधित)

चीन China

चीन–पाकिस्तान संबंध (China–Pakistan Relations) काफी नजदीकी है चीन समय समय पर  पाकिस्तान को आर्थिक सहायता देता है, जैसे कि आर्थिक कॉरिडोर (CPEC) के माध्यम से भारी निवेश CPEC एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढाँचे वाली परियोजना है जो चीन को मध्य एशिया और पश्चिमी देशों से जोड़ती है उसके पीछे का कारण पाकिस्तान को एक साथी चाहिए जो भारत से सीधे लड़ सके तो चीन ही है जो एशिया महाद्वीप में भारत से टक्कर ले सकता है चीन की सीमा भी भारत के साथ लगती है और विवादित भी है चीन पाकिस्तान को एक मोहरे की इस्तेमाल करता हैचीन का ब्यापरिक लाभ पाकिस्तान के साथ है चीन पाकिस्तान को सैन्य सामग्री देता है। चीन और पाकिस्तान “ऑल वेदर फ्रेंड्स” माने जाते हैं। $60+ बिलियन का प्रोजेक्ट जो पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह को चीन के शिनजियांग से जोड़ता है। चीन पाकिस्तान का सबसे बड़ा सैन्य आपूर्तिकर्ता है लड़ाकू विमान (JF-17) मिसाइल, ड्रोन, रडार आदि। कश्मीर मुद्दे पर चीन अक्सर पाकिस्तान का पक्ष लेता है और भारत के खिलाफ UNSC में रुकावटें डालता है। भारत की सीमा विवाद के कारण दोनों देश अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भी

अज़रबैजान Azerbaijan

आज़र्बैजान एक धर्मनिरपेक्ष देश है आज़र्बैजान में 97.3% आबादी इस्लाम धर्म का पालन करती है शिया मुसलमान 60-65% हैं और सुन्नी मुसलमान 35-40% हैं. ईसाई धर्म की लगभग 2.6% आबादी है बाकी अन्य धर्मों का पालन करने वाले रहते हैं। अज़रबैजान और पाकिस्तान के साथ संबंध काफी मजबूत है इस लिए अज़रबैजान खुल कर पाकिस्तान का साथ देता है भारत और अर्मेनिया (जो अज़रबैजान का विरोधी है) के संबंध बेहतर हो रहे हैं भारत ने हाल में अर्मेनिया से हथियार डील की हैं। यह भी एक कारण है पाकितान के साथ खुल कर साथ देने का। भारत अज़रबैजान से कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस दोनों का आयात करता है अज़रबैजान के कुल निर्यात का लगभग 98% कच्चा तेल भारत आयात करता है। भारत अज़रबैजान को तंबाकू, चाय, कॉफी, अनाज, रसायन, प्लास्टिक, रबर, कागज, पेपरबोर्ड और सिरेमिक उत्पाद निर्यात करता है।

  1. अज़रबैजान और पाकिस्तान करीबी मित्र देश हैं।
  2. पाकिस्तान अज़रबैजान को नागोर्नो-काराबाख मुद्दे पर समर्थन देता है।
  3. अज़रबैजान कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान के रुख का समर्थन करता है।
  4. तीनों देशों  तुर्की, पाकिस्तान, और अज़रबैजान के बीच त्रिपक्षीय सैन्य सहयोग (Military Cooperation) चल रहा है।

भारत,पाकिस्तान और चीन सैन्य ताकत तुलना

विशेषता / देश🇮🇳 भारत🇨🇳 चीन🇵🇰 पाकिस्तान
क्षेत्रफल32,87,263 वर्ग किलोमीटर9,596,960 वर्ग किलोमीटर 881,913 वर्ग किलोमीटर
जनसंख्या150 करोड़ है लगभग145 करोड़ है लगभग24  करोड़ है
सक्रिय सैनिक12.5 लाख20 लाख6.20 लाख
रिज़र्व सैनिक10  लाख5 लाख5 लाख
रक्षा बजट$80 बिलियन$230 बिलियन$12 बिलियन
परमाणु हथियार175 अनुमानित350 अनुमानित172 अनुमानित
लड़ाकू विमान6001,200+350
टैंक4,5005,2002,600
नौसेना जहाज295780100
एयरक्राफ्ट कैरियर2 (INS Vikrant, INS Vikramaditya)3 (Liaoning, Shandong, Fujian)0
ड्रोन शक्तिMQ-9 Reaper, Heron, RustomWing Loong, CH-4, WZ-8Bayraktar TB2, CH-4

भारत, पाकिस्तान और चीन कौन कितना है ताकवर ? 👉

  • चीन (#1 एशिया में, #2 विश्व में)
  • विशाल सेना, परमाणु शक्ति, रक्षा बजट, नवीन टेक्नोलॉजी
  • रैंकिंग (GFP Index) 02

  •  भारत (#2 एशिया में, #4 विश्व में)
  • संतुलित थल, जल, वायु शक्ति
  • परमाणु और अंतरिक्ष में अग्रणी, आत्मनिर्भर हो रहा है
  • रैंकिंग (GFP Index) 04

  • पाकिस्तान (#3 एशिया में, #9 विश्व में)
  • परमाणु ताकत के कारण प्रभावशाली
  • परंतु हथियार, सेना और बजट में भारत और चीन से बहुत पीछे
  • चीन और तुर्की पर निर्भर
  • रैंकिंग (GFP Index) 09

भारत के कुछ सैन्य संघर्ष (military conflicts)

क्रमसंघर्ष / ऑपरेशनवर्षकिनके बीच संघर्ष हुआ
1हैदराबाद पुलिस एक्शन (ऑपरेशन पोलो)1948भारत बनाम हैदराबाद रियासत
2गोवा मुक्ति अभियान1961भारत बनाम पुर्तगाल
3सियाचिन संघर्ष1984भारत बनाम पाकिस्तान
4ऑपरेशन ब्लू स्टार1984भारत सरकार बनाम खालिस्तानी आतंकवादी (भीतरू संघर्ष)
5श्रीलंका में IPKF अभियान1987 – 1990भारत बनाम LTTE (श्रीलंका में)
6सर्जिकल स्ट्राइक (उरी के बाद)2016भारत बनाम पाकिस्तान-प्रायोजित आतंकी समूह
7डोकलाम गतिरोध2017भारत बनाम चीन
8बालाकोट एयर स्ट्राइक2019भारत बनाम जैश-ए-मोहम्मद (पाकिस्तान में)
9गलवान घाटी संघर्ष2020भारत बनाम चीन
10ऑपरेशन सिन्दूर (पहलगां अटैक)2025भारत बनाम पाकिस्तान (7 से 10 मई )

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