भारत की सीमाएँ आधिकारिक 7 देशों के साथ लगती हैं। भारत की समुद्री सीमा श्रीलंका, मालदीव के साथ लगती है भारत की कुल 9 देशों के साथ स्थलीय और समुद्रीय सीमा से लगते हैं। भारत की कुल स्थल सीमा की लंबाई लगभग 15,200 किलोमीटर है तथा भारत की कुल तटीय सीमा की लंबाई लगभग 7,516.6 किलोमीटर है। भारत की सभी सीमाओ की सुरक्षा की जुम्मेदारी अर्धसैनिक बल(CAPF) के हाथों में है।
भारत की जमीनी सीमाएं किस किस देश से लगती हैं और उनकी सुरक्षा कौन करता है?
- BSF पाकिस्तान –3,323 किमी.
- BSF बांग्लादेश – 4,096 किमी. (भारत की सबसे लंबी अंतर्राष्ट्रीय सीमा)
- ITBP चीन –3,488 किमी.
- SSB नेपाल –1,751 किमी. (खुली सीमा)
- SSB भूटान –699 किमी. (खुली सीमा)
- Assam rifle म्यांमार (बर्मा) 1,643 किमी.
- अफगानिस्तान –106 किमी. (यह सीमा पाक-अधिकृत कश्मीर POK से लगती है।)

भारत की सीमाएं उनकी सुरक्षा सीमाओं से लगने वाले राज्य?
पाकिस्तान (Pakistan) ब्रिटिश विभाजन के परिणाम स्वरूप 14अगस्त 1947 को भारत से अलग हो कर पाकिस्तान अस्तित्व में आया था चौधरी रहमत अली ने 1933 में पाकिस्तान शब्द का निर्माण किया था जो पंजाब, अफगानिस्तान, कश्मीर, सिंध और बलूचिस्तान प्रांतों के नामों से लिया गया था। मुस्लिम लीग ने 1940 में लाहौर अधिवेशन में पाकिस्तान प्रस्ताव पारित किया था।
भारत-पाकिस्तान सीमा को रेडक्लिफ रेखा (Radcliffe Line) कहा जाता है जिसे 1947 में ब्रिटिश भारत-पाकिस्तान के विभाजन के समय खींचा गया था। इसके निर्माता ब्रिटिश वकील सर साइरिल रेडक्लिफ (Sir Cyril Radcliffe) के नाम पर रखा गया था।
सीमा सुरक्षा बल (Border Security Force–BSF) भारत-पाकिस्तान और भारत बांग्लादेश सीमा की सुरक्षा करता है BSF की स्थापना 1 दिसम्बर 1965 में हुआ था BSF भारत-पाकिस्तान 1 दिसंबर 1965 और भारत बांग्लादेश 1971 के युद्ध के बाद बांग्लादेश जब से बना है BSF सीमाओं की रक्षा करता है।
पाकिस्तान सीमा भारत के 4 राज्यों से लगती है कुल लंबाई 3323 किलोमीटर है
- जम्मू&कश्मीर,1222 KM (कुपवाड़ा, बारामुला, बांदीपोरा, पुंछ, राजौर, जम्मू, सांबा, और कठुआ)
- पंजाब, 533 KM (पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, तरनतारण, फिरोजपुर, फाजिल्का)
- राजस्थान, 1037 KM (श्रीगंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर, बाड़मेर)
- गुजरात, 508 KM (कच्छ का रण, बनासकांठा, पाटन)
अंतर्राष्ट्रीय सीमा (International Border – IB)
- जम्मू, पंजाब, राजस्थान, गुजरात से होकर गुजरती है।
- लगभग शांत होती है, लेकिन निगरानी सख्त होती है।
- अधिकांश हिस्सों में बाड़ लगाई गई है, खासकर पंजाब और राजस्थान में इसका उद्देश्य आतंकवाद, घुसपैठ और तस्करी को रोकना है।
- भारत-पाक सीमा कई बार संघर्ष युद्ध (1947, 1965, 1971, 1999) का हो चुका है 2025 में दोनों देशों के बीच अघोषित युद्ध हो रहा है।
नियंत्रण रेखा (Line of Control – LoC)
- जम्मू-कश्मीर पाकिस्तान सीमा पर स्थित भारतीय राज्य है जहां अक्सर गोलीबारी और संघर्ष होते रहते हैं भारत के 8 जिले कुपवाड़ा, बारामुला, बांदीपोरा, पुंछ, राजौर, जम्मू, सांबा, और कठुआ पाकिस्तान सीमा से लगते हैं ।
- भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम की रेखा (1949, और 1972 के शिमला समझौते में मान्यता मिली है)
- भारतीय सेना विशेष रूप से LoC की निगरानी करती है।
वाघा बॉर्डर (Wagah Border)
- अटारी बॉर्डर पंजाब में स्थित भारत-पाकिस्तान सीमा रेखा पर है जो दोनों देशों का एक चेक पोस्ट भी है ज्यादा तर पाकिस्तानी वीजा लेकर भारत आते है।
- यहां प्रतिदिन शाम को होने वाली “बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी” बहुत प्रसिद्ध है दोनों देशों के सैनिक शक्ति प्रदर्शन करते हैं।
कच्छ का रण (Rann of Kutch)
- गुजरात में भारत-पाक सीमा का एक हिस्सा।
- 1965 में यहां सीमा विवाद हुआ था।
बांग्लादेश (Bangladesh)
भारत-बांग्लादेश के बीच की 4096 किलोमीटर की सीमा है जो भारत की सबसे लंबी अंतर्राष्ट्रीय सीमा है। भारत के 5 राज्य प.बंगाल,असम,मेघालय,त्रिपुरा,मिजोरम बांग्लादेश सीमा से लगते है। भारत-बांग्लादेश सीमा की सुरक्षा BSF (Border Security Force)बांग्लादेश के बनने के बाद से ही करती आ रही है। इस सीमा पर तस्करी, घुसपैठ और अवैध आप्रवासन की घटनाएँ होती हैं। ज्यादातर हिस्सों में बाड़ (fencing) बनाई जा चुकी है, भौगोलिक बनावट के कारण कई स्थानों पर बाड़ (fencing) नहीं है उन क्षेत्रों में बाड़ का कार्य प्रगति पर है।
बांग्लादेश से राज्यवार सीमावर्ती भारतीय राज्य (मुख्य जिले)
1.पश्चिम बंगाल 2216 KM
- उत्तर 24 परगना
- दक्षिण 24 परगना
- नदिया
- मुर्शिदाबाद
- मालदा
- उत्तर दिनाजपुर
- दक्षिण दिनाजपुर
- कूचबिहार
2. असम 263 KM
- कचर
- करीमगंज
- दक्षिण शालमारा (Dhubri)
3. मेघालय 443 KM
- वेस्ट जयंतिया हिल्स
- ईस्ट खासी हिल्स
- साउथ वेस्ट खासी हिल्स
- वेस्ट गारो हिल्स
- साउथ वेस्ट गारो हिल्स
4. त्रिपुरा 866 KM (त्रिपुरा का लगभग 85% क्षेत्र बांग्लादेश से घिरा हुआ है)
- उत्तर त्रिपुरा
- धलाई
- पश्चिम त्रिपुरा
- सिपाहीजाला
- गोमती
- दक्षिण त्रिपुरा
5. मिजोरम 318 KM
- लॉन्गतलाई (Lawngtlai)
चीन (China)
भारत और चीन के बीच 3488 किलोमीटर लंबी अंतर्राष्ट्रीय सीमा है जो भारत के लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश से लगती है चीन सीमा तीन क्षेत्रों में विभाजित है पश्चिमी क्षेत्र लद्दाख (UT) मध्य क्षेत्र हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड, और पूर्वी क्षेत्र सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश है। भारत चीन सीमा विवाद वर्षों से चल रहा है 1962 मे भारत-चीन युद्ध में चीन ने अक्साई चीन पर कब्ज़ा कर लिया। दोनों देशों के रिश्तों पर काफी गहरा प्रभाव पड़ा। भारत अक्साई चीन को भारत के लद्दाख का हिस्सा मानता है लेकिन चीन इस पर नियंत्रण रखता है। अरुणाचल प्रदेश भारत का एक राज्य है लेकिन चीन इसे “दक्षिणी तिब्बत” होने का दावा करता है।
चीन से लगने वालें भारत के 5 राज्य
- लद्दाख (UT) 1,597 किमी. जिले लेह, कारगिल,
- हिमाचल प्रदेश 260 किमी. जिले किन्नौर, लाहौल-स्पीति,
- उत्तराखंड 345 किमी. जिले उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, चमोली,
- सिक्किम 220 किमी. जिले उत्तर सिक्किम, पूर्वी सिक्किम,
- अरुणाचल प्रदेश 1126 किमी. जिले तवांग, पश्चिम कामेंग, पूर्वी सियांग, अंजाव, कुरुंग कुमे, चांगलांग, लोअर दिबांग वैली आदि।
शिमला समझौता (Simla Convention) 1914 ब्रिटिश भारत, तिब्बत, और चीन के प्रतिनिधियों के बीच 1914 में शिमला में हुआ सर हेनरी मैकमोहन जो उस समय ब्रिटिश भारत के विदेश सचिव थे उन्होंने यह रेखा खिचीं थी। ब्रिटिश भारत और तिब्बत ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए लेकिन चीन ने अंतत इस पर हस्ताक्षर करने और इसे मान्यता देने से इनकार कर दिया था। चीन समय समय पर भारत विरोधी पाकिस्तान का साथ देता है जो विवाद का मुख्य कारण है। डोकलाम विवाद (2017) भारत-चीन सीमा पर काफी तनाव बढ़ गया था गलवान घाटी संघर्ष (2020) लद्दाख क्षेत्र में हिंसक झड़प हुई जिसमें दोनों देशों के सैनिकों की जान चली गई थी और पहली बार चीन को एक झटका लगा था जिससे चीन 2024 में समझौता कर सीमा पर दबाव कम करने का प्रयास किया गया है।
माओ ज़ेडॉन्ग के नेतृत्व में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने गृहयुद्ध जीत के बाद 1अक्टूबर 1949 चीन की “स्वतंत्रता” के साथ चीन का जन्म हुआ यही तारीख चीन के लिए आधुनिक “स्वतंत्रता” मानी जाती है स्वतंत्रता के बाद”People’s Republic of China” (जनवादी गणराज्य चीन) की स्थापना हुई। भारत की तरह चीन किसी एक साम्राज्य का उपनिवेश नहीं था 19वीं और 20वीं सदी में लगभग 110 साल (1839–1949) तक चीन पर कई विदेशी शक्तियों जिसमे ब्रिटेन, जापान, फ्रांस, रूस आदि विदेशी प्रभावों के नियंत्रण में रहा। चीन में एकदलीय कम्युनिस्ट शासन है दुनियाँ की दूसरी 1.41 अरब जनसंख्य है। चीन की राजधानी बीजिंग और मुद्रा चीनी युआन (Renminbi) है। चीन की आधिकारिक बोली मंदारिन है जिसे “पुटोंगुआ” भी कहा जाता है। चीन के वर्तमान प्रधानमंत्री “श्री ली क्यांग”राष्ट्रपति “सी जिनपिंग”2013 से चीन के सातवें राष्ट्रपति हैं।
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस -आईटीबीपी (Indo-Tibetan Border Police-ITBP) यह अर्धसैनिक बल (CAPF) भारत सरकार के गृह मंत्रालय के अधीन एक केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल है जो भारत और तिब्बत चीन 3488 किलोमीटर लंबी सीमा की सुरक्षा करता है। ITBP की स्थापना भारत चीन युद्ध के बाद 6दिसंबर1962 में हुई थी सीमाओं की सुरक्षा के साथ अवैध आवागमन, बाहरी खतरों से निपटना, कैलाश मानसरोवर यात्रा के दौरान तीर्थ यात्रियों की सहायता और सुरक्षा प्रदान करना, ईटीबीपी जवानों को पर्वतारोहण, स्कीइंग,और अन्य कौशल में प्रशिक्षित दिया जाता है ITBP आपदा प्रबंधन, हिमालय शृंखला में आपदा भूस्खलन, बादल फटने जैसी घटनों में सीमावर्ती लोगों की मदद कर सुरक्षित स्थान तक पहुंचाने में मदद करता है।
नेपाल (NEPAL)
भारत-नेपाल की 1751 Km (1,088.02 मील) खुली एक अंतर्राष्ट्रीय सीमा है। वर्तमान सीमा का सीमांकन (demarcation) नेपाल और ब्रिटिश राज के बीच 1816 की सुगौली-संधि के बाद किया गया था भारत नेपाल के साथ हमेसा अच्छे संबंध रहे हैं जिसका फाइदा दोनों देशों के नागरिकों को मिलता है भारत नेपाल के नागरिक एक दूसरे देश में बिना वीजा और पासपोर्ट के जा सकतें हैं अपने वाहन से भारतीय सीमा से भी दोनों देशों में आना- जाना होता है भारत-नेपाल की खुली सीमा होने के कारण सीमा पार किसानों को भी सुगमता होती है। खुली सीमा होने के कारण तस्करी, आपराधिक व्यक्ति, दूसरे देशों के आतंकवाद, को रोकना भारत के लिए एक बड़ी चुनौती है।

भारत-नेपाल सीमा की लंबाई और सीमा से लगते राज्य
राज्य का नाम | नेपाल के साथ सीमा की लंबाई |
बिहार Bihar | 800.4 किमी |
उत्तर प्रदेश Uttar Pradesh | 599 किमी |
उत्तराखंड Uttarakhand | 275 किमी |
पश्चिम बंगाल West Bengal | 105 किमी |
सिक्किम Sikkim | 99 किमी |
बिहार
भारत के बिहार राज्य की नेपाल के साथ लगभग 729 किमी लंबी अंतर्राष्ट्रीय सीमा है नेपाल सीमा से बिहार के 7 ज़िल लगते है। नेपाल से लगने वाले बिहार के जिले
- पश्चिम चंपारण West Champaran
- पूर्वी चंपारण East Champaran
- सीतामढ़ी Sitamarhi
- मधुबनी Madhubani
- सुपौल Supaul
- अररिया Araria
- किशनगंज Kishanganj
उत्तर प्रदेश
भारत के उत्तर प्रदेश राज्य की नेपाल के साथ लगभग 599 किलोमीटर लंबी सीमा लगती है। उत्तर प्रदेश के नेपाल से 7 ज़िलें लगते हैं
- पीलीभीत Pilibhit
- लखीमपुर खीरी Lakhimpur Kheri
- बहराइच Bahraich
- श्रावस्ती Shravasti
- बलरामपुर Balrampur
- सिद्धार्थनगर Siddharthnagar
- महराजगंज Maharajganj
उत्तराखंड Uttarakhand
उत्तराखंड राज्य की नेपाल के साथ लगभग 275 किलोमीटर लंबी सीमा लगती है। यह सीमा उत्तराखंड के 3 ज़िलों से होकर गुजरती है।
- चंपावत Champawat 85km
- पिथौरागढ़ Pithoragarh 135 km
- ऊधम सिंह नगर Udham Singh Nagar 55 km
पश्चिम बंगाल West Bengal
भारत के पश्चिम बंगाल (West Bengal) राज्य की नेपाल के साथ लगभग 105 किलोमीटर लंबी सीमा लगती है। यह सीमा पश्चिम बंगाल के 2 ज़िलों से लगती है।
- Darjeeling (दार्जिलिंग) 88 Km
- Jalpaiguri / Kalimpong (कालिम्पोंग, जो पहले जलपाईगुड़ी में था) 17 Km
सिक्किम Sikkim
भारत के सिक्किम (Sikkim) राज्य की नेपाल के साथ लगभग 99 किलोमीटर लंबी सीमा लगती है। यह सीमा सिक्किम के 2 ज़िलों से होकर गुजरती है।
- West Sikkim (अब: Gyalshing जिला) 65 Km
- South Sikkim (अब: Namchi जिला) 34 Km
सशस्त्र सीमा बल- एसएसबी (Sashastra Seema Bal-SSB)
भारत-नेपाल सीमा की सुरक्षा की जुम्मेदारी सशस्त्र सीमा बल के हाथों में है SSB की स्थापना 1962 में चीन आक्रमण के बाद 20 दिसम्बर 1963 में “स्पेशल सर्विस ब्यूरो” के रूप में की गई थी उस समय यह बल कैबिनेट के अन्डर मे था चीन युद्ध के बाद एसएसबी का मुख्य कार्य सीमावर्ती लोगों को सेना, युद्ध कौसल, आत्मा रक्षा जैसी अहम जानकारी व प्रशिक्षण देना था और समय समय पर देश सेवा के लिए नव-जवानों की भर्ती करवाना था जिससे सीमावर्ती नागरिकों को जागरूक किया जा जाके। एसएसबी को कारगिल युद्ध के बाद “एक सीमा एक बल अवधारणा” के स्वरूप 2001 मे गृह मंत्रालय के अधीन कर दिया गया और भारत नेपाल (1751 किमी) की रक्षा के लिए लगाया गया। इस बाल को को दंड प्रक्रिया संहिता 1973, शस्त्र अधिनियम 1959, एनडीपीएस अधिनियम 1985 तथा पासपोर्ट अधिनियम 1967 के तहत कुछ शक्तियां प्रदान की गई हैं। भारत सरकार सीमा शुल्क अधिनियम 1962 के तहत अतिरिक्त शक्तियां प्रदान है यह बल सीमा पर असुरक्षा, अपराध, तस्करी, आतंकवाद, मानव तस्करी, अवैध वन्य जीव तस्करी, प्राकृतिक महत्व की तस्करी, अवैध आवाजाही को रोकता है।
भूटान BHUTAN
भारत और भूटान के बीच की सीमा 699 किलोमीटर लंबी अंतर्राष्ट्रीय सीमा है भारत भटन की सीमा असम (267 किमी), अरुणाचल प्रदेश (217 किमी), पश्चिम बंगाल (183 किमी) और सिक्किम (32 किमी) के भारतीय राज्यों से मिलती है। इस सीमा पर कोई सीमा विवाद नहीं है
भारत-भूटान सीमा भारत के चार राज्यों से मिलती है
- असम (267 किमी).
- अरुणाचल प्रदेश (217 किमी).
- पश्चिम बंगाल (183 किमी).
- सिक्किम (32 किमी).
सशस्त्र सीमा बल- एसएसबी (Sashastra Seema Bal-SSB) भारत भूटान (699Km) सीमा की सुरक्षा मार्च 2004 में सिक्किम (32 किमी) पश्चिम बंगाल (183 किमी- 2 जिलों) असम (267 किमी- 4 जिलों के साथ) सशस्त्र सीमा बल को दिया गया है। SSB नेपाल सीमा के साथ भारत-भूटान सीमा पर भी तैनात एक अर्धसैनिक बल है। यह बल सीमा पर सुरक्षा बनाए रखने तस्करी को रोकने और अन्य सीमा संबंधी गतिविधियों को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
म्यांमार Myanmar (Burma)
भारत-म्यांमार सीमा भारत और म्यांमार (पूर्व में बर्मा) के बीच की अंतर्राष्ट्रीय सीमा है। सीमा की लंबाई 1,643 किलोमीटर (1,021 मील) है और यह उत्तर में चीन के साथ त्रिबिंदु से दक्षिण में बांग्लादेश के साथ त्रिबिंदु तक फैली हुई है। भारत-म्यांमार सीमा भारत के चार राज्यों से लगती है अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर और मिजोरम। यह सीमा 1643 किलोमीटर लंबी है। म्यांमार भारत के साथ सीमा साझा करता है, विशेष रूप से पूर्वोत्तर राज्यों के साथ यह सीमा पूर्वोत्तर में भारत के लिए महत्वपूर्ण है, और दोनों देशों के बीच राजनीतिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को प्रभावित करती है।
भारत-म्यांमार सीमा की सुरक्षा में कई चुनौतियां हैं जिससे निपटने के लिए भारत सरकार इस सीमा पर बाड़ लगाने की योजना बना रही है क्यों की बॉर्डर पर जटिल भौगोलिक स्थित, सीमा के दोनों ओर विभिन्न जातीय समूहों की मौजूदगी और विभिन्न विद्रोही संगठनों की गतिविधियां हैं । वर्तमान में दोनों देशों के नागरिकों को सीमा के दोनों तरफ 16 किलोमीटर के दायरे में बिना वीजा या पासपोर्ट के यात्रा करने की अनुमति है, जिसे फ्री मूवमेंट रिजीम (FMR) कहा जाता है। वैसे म्यांमार नागरिकों को भारत यात्रा के लिए वैलिड पासपोर्ट पर वीजा लेना होता है सभी प्रकार विषयों पर आने के लिए वीजा चाहिए। म्यांमार के लिए e-visa भी उपलबद्ध है।
असम राइफल Assam Rifles
Assam Rifles अर्धसैनिक बल (paramilitary force) है भारत-म्यांमार की 1643 किमी लंबी सीमा की रक्षा करना है। यह सीमा पूर्वोत्तर के चार राज्यों मिजोरम, मणिपुर, नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश से लगती है। यह बल भारत का सबसे पुराना अर्धसैनिक बल है। Assam Rifles की स्थापना 24 मार्च 1835 (British India के समय) हुई थी असम राइफल का मुख्यालय शिलांग में है। भारत के सभी अर्धसैनिक बलों का आर्मी मुख्यालय नई दिल्ली में है। उस समय इसका नाम ‘Cachar Levy’ था यह बल देश के उत्तर-पूर्वी राज्यों में आंतरिक सुरक्षा और सीमा की रक्षा का कार्य करता है। इस बल का मूल उद्देश्य पूर्वोत्तर भारत की पहाड़ियों में कानून व्यवस्था बनाए रखना सीमा पर घुसपैठ तस्करी विद्रोही तत्वों को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- भारत-म्यांमार सीमा की सुरक्षा करना
- उग्रवाद विरोधी अभियान चलाना
- सीमा क्षेत्रों में विकास और राहत कार्य करना
- अर्धसैनिक बलों, पुलिस और सेना के साथ मिल कर देश हित में काम करना।
अफगानिस्तान (Islamic Emirate of AFGHANISTAN)
भारत सरकार अफगानिस्तान को सातवाँ पड़ोसी देश मानता है 106 किलोमीटर (66 मील) भूमि सीमा को भी मान्यता देता है वर्तमान में अफगानिस्तान की सीमा भारत से सीधे न लग कर पाक अधिकृत कश्मीर (भारतीय राज्य) POK से लगती है जो भारत पाकिस्तान का विवादित क्षेत्र है
भारत-अफगानिस्तान सीमा वास्तव में भौगोलिक रूप से मौजूद नहीं है क्योंकि भारत और अफगानिस्तान की कोई वर्तमान साझा सीमा नहीं है। लेकिन दीर्घकालिक रिस्तों की अहमियत से ऐतिहासिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है।
- ब्रिटिश भारत काल में भारत और अफगानिस्तान की सीमा हुआ करती थी। 1947 में भारत के विभाजन के बाद कश्मीर व पाकिस्तान का सीमावर्ती क्षेत्र हिस्सा बन गया।
- डुरंड रेखा (Durand Line), जो 1893 में ब्रिटिश भारत और अफगानिस्तान के बीच तय की गई थी आज पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच की अंतरराष्ट्रीय सीमा मानी जाती है, हालांकि अफगानिस्तान इसे आधिकारिक रूप से स्वीकार नहीं करता।
भारत की समुद्री सीमा और पड़ोसी देश (Maritime Boundary of India & Neighbors)
भारत स्थलीय सीमा के साथ समुद्रीय सीमा से भी लगा हुआ है कुल समुद्री सीमा 7,516.6 किलोमीटर है मुख्य भूमि की तटरेखा लगभग 6100 किमी है। द्वीप समूह (अंडमान-निकोबार, लक्षद्वीप) की तटरेखा लगभग 1312 किमी है भारत की समुद्रीय सीमा पाकिस्तान, मालदीव, श्रीलंका, बांग्लादेश, म्याँमार, थाईलैंड और इंडोनेशिया जैसे देशों के साथ साझा है। भारत का वैश्विक व्यापार के लिए महत्वपूर्ण सीमा क्षेत्र है। भारत की तटीय सीमा नौ राज्यों और चार केंद्र शासित प्रदेशों तक फैली हुई है। कन्याकुमारी में तीन समुद्रों- अरब सागर, बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर का मिलन होता है, जिसे त्रिवेणी संगम भी कहा जाता है।
भारत तीन ओर से समुद्र से घिरा हुआ है
- पश्चिम में – अरब सागर
- पूर्व में – बंगाल की खाड़ी
- दक्षिण में – हिंद महासागर
भारतीय तटरक्षक बल Indian Coast Guard 🧭
इसकी स्थापना 1 फरवरी 1977 में हुई थी। समुद्री सुरक्षा, नौसेना सहायता, इमरजेंसी रिस्पांस, समुद्री सीमा तटीय सुरक्षा, जीवन बचाव में योगदान, समुद्री सीमाओं के हितों की रक्षा करता है। भारतीय तटरक्षक बल का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है। भारतीय तटरक्षक बल एक गैर-सैन्य लेकिन सशस्त्र बल है यह बाल भारतीय रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करता है लेकिन शांति और कानून व्यवस्था की स्थितियों में गृह मंत्रालय से समन्वय करता है। इस बल के पास आधुनिक गश्ती पोत (Patrol Vessels) इंटरसेप्टर बोट्स, हेलिकॉप्टर, Dornier एयरक्राफ्ट अत्याधुनिक राडार और निगरानी प्रणालियाँ आदि हैं।
भारतीय तटरक्षक बल को 5 क्षेत्रों में बांटा गया है
- पश्चिमी क्षेत्र – मुंबई
- पूर्वी क्षेत्र – चेन्नई
- उत्तर-पश्चिम क्षेत्र – गांधी नगर
- उत्तर-पूर्व क्षेत्र – कोलकाता
- अंडमान व निकोबार क्षेत्र – पोर्ट ब्लेयर
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